मनोज राजन त्रिपाठी की किताब कसारी मसारी का एक अंश, एका द्वारा प्रकाशित।
किमाम सी काली रात। कोहरा ऐसा जैसे कि सी ने रात पर सफ़ेद चूना मल दि या हो। टैम्प रेचर इस क़ दर सर्द कि मानो ख़ु ख़ुद थमातिमीटर कहीं कंबल ओढ़कर ब्लो अर में बैठा है। कंपकंपाते हुए घड़ी के कांटे बता रहे थे कि वक़्त क़ रीब तीन बजे का था और चंद्र मा वीकेंड पर था। गुलज़ा र की ग़ज़लों और उमर ख़य्या म की रुबाइयों से भी ज़्या दा ख़ू ख़ूबसूरत ये माहौल पाकि स्ता न बॉर्डितिर से सटे पंजाब के ऊंचा टकला गांव का था। गुरदासपुर डिस्ट्रि क्ट से नौ कि लोमीटर दूर ऊंचा टकला के मीलों तक फैले खेतों में गेहूं की बालि यां बाली उमर पर इतरा रही थीं। खेतों के बीच एक फार्म हाउस के सेकंड फ्लो र पर लिवि ंग रूम में चौरासी इंच की टीवी स्क्री न पर अफ़गानि स्ता न का वीडियो चल रहा था। ये वीडियो अमेरिका पर 9/11 हमले के ठीक दो दि न पहले का था। वीडियो में लायन ऑफ़ पंजशीर के नाम से मशहूर अफ़ गानि स्ता न नॉर्दर्न अलायंस के लीडर अहमद शाह मसूद न्यूज़ चैनल को इंटरव्य दे थे। अहमद शाह मसूद के रहते तालि बान पंजशीर में क़ब्ज़ा नहीं कर पा रहा था। तालि बान की हि टलि स्ट में सबसे पहला नाम मसूद का ही था। इंटरव्यू लेने वालों में दो जर्नलिनतित्लस्ट और एक कैमरामैन शामि ल था। अचानक धमाका हुआ और अहमद शाह मसूद के चीथड़े उड़ गए।
मसूद की हत्या का वीडियो देख रहे बब्ब न बुंदेलखंडी ने वीडियो रिवाइंड करके रीप्ले बटन दबा दि या। तभी बुंदेलखंडी से वि क्की बराड़ ने रिमोट छीना और वीडियो पॉज़ करते हुए कहा, “ओय खोत्या होर कि न्नी वारी वेखेगा? हज़ार वार वेखण नाल अहमद शाह बच नी जावेगा। मरण वाले नू न वेख, मारण वाले दा स्टा इल समझ लै, बस।”
बब्ब न बुंदेलखंडी बोला, “अइसा है वि क्की भाई, चि रे तो टेको नहीं तो घंटाघर देखो।”
विक्की बराड़ कन्फ़्यूज़ हो गया, “मैं समझया ई नई, तू कैणा की चानां ए?”
“बीस बार कह चुके हैं हमसे पंजाबी मत पेला करो,” बुंदेलखंडी ग़ुस्से में बोला।
विक्की रिलैक्स हुआ, “आहो।”
बुंदेलखंडी फिर भड़का, “अबे आहो-आहो सुनकर हमें लगता है कि भांगड़ा करना है। ‘जय माता दी-जय माता दी’ करके वैष्णो देवी की चढ़ा ई चढ़ जाते हैं, इसका मतलब ये नहीं कि हमने पंजाबी में पीएच.डी की है। हि ंदी में समझा भाई, हि ंदी में, वर्ना ये ्रेत्नंग अपने मेनहोल में डाल ले। ये साला भाषाई गुदा मैथुन बवाल हो गया है।”
विक्की बराड़ खिसि या गया, “ए मि थुन-मि थुन की हेगा, सि द्दे बोल न कि तू मि थुन चक्र वर्ती बणनां चांनां ए।”
“अरे नहीं भाई मुझे स्टा र बनना है, एकदम हुड़ -हुड़ दबंग टाइप,” बुंदेलखंडी बोला।
विक्की एकदम अटैकिंग मोड में आ गया और मां-बहन की गालियों का पंजाबी वर्ज न बकते हुए उसने बुंदेलखंडी को लातों-घूसों से मारना शुरू कर दि या। लड़ खड़ा कर ज़ मीन पर गि रा बुंदेलखंडी भी तेज़ी से उठा। वि क्की का कॉलर पकड़ कर बुंदेलखंडी उसे मुक्का मारने ही वाला था कि लिवि ंग रूम में सो रहे चार-पांच लोग कंबल फेंककर उठे और सबने बुंदेलखंडी को दबोच लि या। वि क्की के सडन अटैक से हड़ बड़ा ए बुंदेलखंडी ने कपड़े ठीक करते हुए पूछा, “हुआ क्या बे, कित्ती बार तुमसे कहें कि पंजाबी नहीं आती है। सीधी सी बात पर इत्ता बमक काहे पड़े यार?”
विक्की ग़ुस्सा या, “पंजाबी बोलण दी कोई गल नईं, बस याद रखीं दबंग दा नाम कदी न लेवीं। ये वर्ल्ड फ़ेमस गैंगस्ट र गोल्ड न पंजाबी दा गैंग है, होर गोल्ड न भाई ने तेरे सुपरस्टा र को वॉन्टेड लि स्ट में डाल रखा है। तेरा सुपरस्टा र काला हि रण मारया सी फ़ेफ़ेर वी तू गैंग दे सामने ओ दा नाम लै रेया ए?”
बुंदेलखंडी ने वि क्की को गले लगा लि या और हंसा, “अरे नहीं विक्की भइया, मैं तो दबंग सुपरस्टार डॉन टाइप बनने को कह रहा था, एकदम गोल्ड न पंजाबी भाई की तरह। चलो आप ट्रेनि्रेत्नंग कराओ। बताओ कैसे करना है...बस थोड़ा हिंदी में।”
विक्की ने खख़ुद को क़ाबू कि या। जो कंबल छोड़ कर बीच-बचाव कराने आए थे, वो फिर कंबल ओढ़कर लेट गए। वि क्की ने सवाल कि या, “की वेख्या तू वीडियो वि च?”
बुंदेलखंडी झट से बोला, “बस गुरू यही देखा कि अफ़गानि स्ता न के लीडर को साले टीवी वाले पत्र कार कइसे मार डाले। लेकि न ये सब तो खुदै बम बांधे थे, क्या हमको भी बम बांधकर जाना पड़ेगा? हम खुदै मर गए तो सुपरस्टा र डॉन कइसे बनेंगे? बम बांधने में पहले तो डॉन की फटेगी और फिर बेचारा डॉन भी फट जाएगा।”
विक्की ने समझाया, “न बे, ये सब तालि बान के ट्रेंड सुसाइड बॉम्ब र थे, जो नक़ली जौर्नालिस्ट बनकर आए थे। इंटरव्यू बस बहाना था, असल में मसूद को धमाके में उड़ा ना था।”
“मतलब हमको फर्जी पत्र कार बनना है,” बुंदेलखंडी बोला।
विक्की ने कहा, “हां, तेरी टीम के अंदर जर्नलिनतित्लस्ट वाला कॉन्फिडेंस दिखना चाहिए।”
“तुम ये नहीं बताए गुरू कि क्या बम बांधकर जाना है?” बुंदेलखंडी फिर टपका।
विक्की बोला, “बम-वम कुछ नहीं बांधना, बस नक़ली जर्नलिनतित्लस्ट बनना है।”
विक्की और बुंदेलखंडी फिर से अफ़गानि स्ता न का वीडियो देखने लगे। वि क्की बराड़ पंजाब के खूंखार गैंगस्ट र गोल्ड न पंजाबी का सबसे ख़ा स शूटर था। वही गोल्ड न पंजाबी, जि सने फिल्म इंडस्ट्री के एक सुपरस्टा र को जान से मारने की धमकी दे रखी थी। गोल्ड न पंजाबी अर्से से ति हाड़ जेल में बंद था लेकि न उसका गैंग हि ंदुस्ता न से कनाडा, ऑस्ट्रेलिस्रेत्लया और साउथ अफ़्री का तक फैला हुआ था। देश भर में गोल्ड न पंजाबी गैंग के आठ सौ से ज़्या दा शूटर शामि ल थे। ति हाड़ में रहकर भी गोल्ड न देश-वि देश में ढाई सौ से ज़्या दा लोगों की हत्या करा चुका था। उत्तर प्रदेश के बांदा का रहने वाला बब्बन बुंदेलखंडी।
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